मंथन 24 न्यूज : झालावाड़। जिला कलक्टर हरि मोहन मीना ने कहा कि जिले में कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न हुई भयावह स्थिति पिछले दो दिनों से नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड मरीजों की लगातार बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए जिला अस्पताल सहित सेटेलाइट अस्पताल, कोविड केयर सेन्टरों तथा अधिकृत निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों की चिकित्सा की व्यवस्था की गई है।
जिला कलक्टर ने कहा कि जिले के राजकीय अस्पतालों, कोविड केयर सेन्टरों तथा अधिकृत निजी अस्पतालों में भर्ती कोविड-19 के मरीजों को ऑक्सीजन का फ्लो राज्य सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार ही दिया जा रहा है। जिला कलक्टर ने कहा कि पूर्व में मध्यप्रदेश से कोविड-19 के अधिक मरीज आने से राजकीय अस्पताल में भार बढ़ गया था परन्तु राज्य सरकार द्वारा बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट के जिले की सीमा में प्रवेश नहीं दिए जाने के निर्देश के पश्चात् जिले के अस्पताल में मध्यप्रदेश के भर्ती मरीजों की संख्या में कमी आई है। जिससे जिले के मरीजों को ही प्राथमिकता देते हुए भर्ती किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन की स्थिति पर्याप्त है। उन्होंने बताया कि जिन मरीजों का बॉडी ऑक्सीजन सेचूरेशन लेवल 92 से अधिक है उन्हें आक्सीजन के लिए अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा रहा है। ऐसे मरीज सेल्फ प्रोनिंग पॉजिशन में लेट कर ऑक्सीजन लेवल को मैन्टेन कर सकते हैं। ऑक्सीजन लेवल 92 से नीचे के मरीजों को जिले के सीएचसी एवं कोविड केयर सेन्टर में भर्ती किया जा रहा है। जहां उनको पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन देकर उनका ऑक्सीजन लेवल कन्ट्रोल किया जा रहा है। वहीं 80 से नीचे के ऑक्सीजन लेवल आने पर मरीज के फेफड़ों में इन्फेक्शन 40 प्रतिशत से अधिक होता है तो सांस लेने में अत्याधिक तकलीफ होती है, ऐसे मरीजों को श्री राजेन्द्र सार्वजनिक चिकित्सालय में भर्ती किया जा रहा है।
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले के अस्पतालों, सीएचसी एवं कोविड केयर सेन्टरों पर रेमडेसिविर इन्जेक्शन को छोड़कर कोविड-19 की समस्त दवाईयां व इन्जेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। रेमडेसिविर इन्जेक्शन की पर्याप्त मात्रा में उपब्लधता के लिए भी राज्य सरकार से लगातार आग्रह किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में डोर टू डोर सर्वे करवाया गया है। जिनमें लगभग 18 हजार 250 व्यक्तियों में खांसी, जुकाम, बुखार व बदन दर्द के लक्षण पाए गए हैं। इन सभी को कोविड-19 के मेडिकल किट उपलब्ध कराए गए हैं तथा क्वारंटीन रहने हेतु पाबंद किया गया है।
जिला कलक्टर ने कहा कि राजकीय चिकित्सालयों में अनावश्यक भीड़ न हो इसके लिए राजस्थान हाइकोर्ट द्वारा 28 अप्रेल को आदेश जारी किया गया है जिसके अनुसार राजकीय अस्पतालों में हो रही अनावश्यक भीड़ को रोकने तथा मरीज के साथ में एक से ज्यादा अटेण्डेंट अस्पताल में प्रवेश न ले सके इसके लिए आने व जाने वाले रास्तों पर पुलिस द्वारा नियत्रण किया जाएगा।