Connect with us

Administrative

ऑक्सीजन के क्षेत्र में अग्रणी होगा झालावाड़ जिला

Published

on

मंथन 24 न्यूज : झालावाड़। जिला कलक्टर हरि मोहन मीना ने गुरूवार को भवानीमंडी एवं डग पंचायत समिति क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से कोविड-19 से संबंधित आगामी 2-3 माह की तैयारियों को लेकर पंचायत समिति सभागार में आयोजित बैठक में चर्चा की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण क्षेत्र की चिकित्सा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।

जिला कलक्टर ने कहा कि ऑक्सीजन के क्षेत्र में जिले को अग्रणी बनाने के लिए राज्य सरकार तथा भामाशाहों द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा भवानीमंडी में 50 बेड, डग में 35 एवं चौमेहला में राजस्थान टेक्सटाइल मिल के सौजन्य से 35 बेड के ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट आगामी दो से तीन महीनों में लगेंगे। ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगने के साथ-साथ यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर ऑक्सीजन सिलेण्डर, कन्सन्ट्रेटर, पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन रेगूलेटर सरकारी व भामाशाहों के सहयोग से पर्याप्त संख्या में उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को दस बेड्स का बनाने के साथ-साथ उन्हें ऑक्सीजन सिलेण्डर से युक्त करने के भी प्रयास किए जा रहे हैं जिससे आने वाले समय में कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी।

जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को गांव के मरीज का गांव में ही इलाज करने के लिए चलाए जा रहे डोर टू डोर सर्वे को बहुत इमानदारी और गंभीरता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सर्वे का उद्देश्य खांसी, बुखार, जुकाम, बदन दर्द के लक्षण वाले मरीजों को चिन्हित कर उन्हें घर पर ही ठीक करना है। गंभीर रोगी को छोडकर सभी का इलाज सीएचसी स्तर पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर रोगी गांव से ही गंभीर अवस्था में रेफर होकर जिला अस्पताल पर पहुंचता है तो इसकी जिम्मेदारी कोर कमेटी की होगी। उन्होंने कहा कि डोर टू डोर सर्वे के दौरान मिले आईएलआई मरीजों को उपलब्ध कराए गए मेडिसीन किट की रेण्डमली मॉनिटरिंग करें कि मरीज को दी गई दवाईं उसने द्वारा ली गई है या नहीं।

जिला कलक्टर ने कहा कि कोविड गाइड लाइन के अनुसार जिन मरीजों का ऑक्सीजन सेचुरेशन स्तर 92 से अधिक है उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने निजी अस्पतालों के संचालकों से कहा कि वे कोविड मरीजों से राज्य सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक राशि वसूल नहीं करें। जिला कलक्टर ने बताया कि ऑक्सीमीटर मरीज का ऑक्सीजन लेवल मापने का एक महत्वपूर्ण यंत्र है। यह यंत्र ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत के सरपंच, वार्ड पंच, पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी के पास होना चाहिए ताकि गांव के किसी भी व्यक्ति का ऑक्सीजन स्तर गिर रहा हो तो उसे माप कर यह निर्णय लिया जा सके की उसे अस्पताल में भर्ती होना है या नहीं।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना एक मई से लागू हो गई है जिसके तहत सरकारी एवं राज्य सरकार द्वारा अनुबंधित अस्पतालों में एनएफएसए कार्ड धारकों एवं पात्र मरीजों को निःशुल्क उपचार का लाभ दिया जा रहा है।

पंचायत समिति भवानीमंडी में आयोजित बैठक में जिला कलक्टर ने कहा कि एस. के. अस्पताल, नून अस्पताल तथा सीएचसी भवानीमंडी आग से बचाव के सम्पूर्ण यंत्रों से एवं सुविधाओं से युक्त हैं इसकी फॉयर एनओसी उक्त अस्पतालों को 21 मई तक जारी करने के निर्देश नगर पालिका भवानीमण्डी को दिए गए हैं। जिला कलक्टर ने व्यापार संघ भवानीमंडी को अस्पताल के लिए 40 ऑक्सीजन सिलेण्डर, 10 ऑक्सीजन कन्सन्टेªटर उपलब्ध कराए जाने का आग्रह किया। जिला कलक्टर ने कहा कि सभी को अभी भी बहुत सर्तकता बरतने की आवश्यकता है, बेवजह घर से बाहर नहीं निकले और मास्क को अपने जीवन का अनिवार्य हिस्सा बनाएं। कोविड के दोनो टीके लगने के पश्चात् भी उक्त सभी सावधानियां रखें।

इस दौरान जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बीटी ने कहा कि यदि किसी कोविड मरीज की गांव के अस्पताल में मृत्यु हो जाती है तो उसके मृत शरीर को प्लास्टिक में पेक करके तुरन्त पंचायत को सूचना दें और सीधा शमशान में ले जाकर अन्तिम संस्कार करें। उन्होंने ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों से कहा कि लॉक डाउन के पश्चात प्रत्येक ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के अन्तर्गत दीहाडी मजदूरों के सहायतार्थ कोविड गाइड लाइन के अनुसार कार्य प्रारंभ कराया जाना सुनिश्चित करेंगे।

इस दौरान उपखण्ड अधिकारी जनक सिंह, पुलिस उपाधीक्षक गोपीचन्द, पंचायत समिति प्रधान सुल्तान सिंह, नगरपालिका अध्यक्ष कैलाश चन्द बोहरा, डिप्टी सीएमएचओ लेखराज मालव, बीसीएमओं डॉ. सुनील मीना, डॉ. रोहिताश्व कुमार, विकास अधिकारी भवानीमण्डी नरेश कुमार शर्मा, विकास अधिकारी डग हनुमान प्रसाद मीणा, पुलिस उपाधीक्षक डग ब्रजमोहन सहित जनप्रतिनिधि एवं व्यापार संघ भवानीमण्डी के अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह एवं डग व्यापार संघ के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

error: Content is protected !!