मंथन 24 न्यूज : झालावाड़। चक्रवाती तूफान ताउ ते के कारण चली तेज हवाओं से शॉट सर्किट होने के कारण सेटेलाइट अस्पताल झालरापाटन में सोमवार दोपहर 12.48 बजे आग लगने की सूचना अधिकारियों को पुलिस कन्ट्रोल रूम से प्राप्त हुई। सूचना मिलने पर सर्वप्रथम झालरापाटन तहसील के नायब तहसीलदार गंगाराम गूर्जर दोपहर 12.55 पर घटनास्थल पर पहुंचे। इसके तुरन्त बाद ही ड्राईवर अंकित फायर ब्रिगेड लेकर तथा हैड कानिस्टेबल जसवन्त सिंह मय जाप्ता सेटेलाइट अस्पताल पहुंचे।
जिला कलक्टर हरि मोहन मीना, अतिरिक्त जिला कलक्टर दाताराम, उपखण्ड अधिकारी झालावाड़ मुहम्मद जुनैद दोपहर 1.01 बजे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. साजिद खान दोपहर 1.04 बजे, थानाधिकारी थाना सदर बाबूलाल दोपहर 1.05 बजे, पुलिस अधीक्षक डॉ. किरन कंग सिद्धू व पुलिस उपाधीक्षक वृत्त झालावाड़ अमित कुमार, फोटोग्राफर पुलिस विभाग भागचन्द, पुलिस थाना झालरापाटन उप निरीक्षक राधाकिशन मय जाप्ता दोपहर 1.06 पर सेटेलाइट अस्पताल पहुंचे।
वहीं पुलिस लाईन झालावाड़ से हैड कानिस्टेबल सुरेश मय टीआरएफ जाप्ता 01-11 दोपहर 1.13 बजे, एम्बुलैंस पुलिस लाइन झालावाड़ ड्राईवर रवि शर्मा, एम्बुलैंस झालरापाटन ड्राईवर महेश कुमार मय ऑक्सीजन एवं फर्स्टएड बॉक्स, यातायात पुलिस सहायक उप निरीक्षक मोहनलाल मय जाप्ता दोपहर 1.17 बजे, नगर परिषद् फायर ब्रिगेड ड्राईवर राजेश गुप्ता मय पानी टैंकर व हैल्पर दोपहर 1.20 बजे तथा समीर खान के नेतृत्व में सिविल डिफेन्स के 5 वॉलियेन्टर्स दोपहर 1.25 बजे घटना स्थल पहुंचे।
अधिकारियों के घटना स्थल पर पहुंचने पर पता चला कि चक्रवाती तूफान ताउ ते से उत्पन्न आपात स्थिति से निपटने के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं को जांचने व परखने के लिए झालरापाटन स्थित सेटेलाइट अस्पताल में आग लगने पर वहां भर्ती कोविड मरीजों एवं उनके परिजनों को किस प्रकार अस्पताल के बाहर निकाला जाए एवं आग बुझाई जाए इसके लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से मोक ड्रिल का आयोजन किया गया है। मॉक ड्रिल का पता चलते ही सभी ने राहत की सांस ली।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बताया कि मॉक ड्रिल प्रोटोकॉल के तहत प्रतीकात्मक रूप से कुछ मरीजों को एम्बुलैंस में शिफ्ट किया गया और अस्पताल के बाहर लगाई गई आग को फायर बिग्रेड द्वारा बुझाया गया। इस दौरान मेडिकल कॉलेज डीन शिव भगवान शर्मा, तहसीलदार झालरापाटन गोपाल सिंह, डॉ. रघुनन्दन मीणा, डॉ. मयंक सरावग सहित अन्य चिकित्सक एवं अस्पताल स्टॉफ मौजूद रहा।