प्रजापति मंथन : झालावाड़। श्रम, कारखाना एवं बॉयलर्स निरीक्षण, सहकारिता विभाग, इंदिरा गांधी नहर परियोजना मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री टीकाराम जूली ने शुक्रवार को मिनी सचिवालय के सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ कोविड-19, वैक्सीनेशन, चिकित्सा सुविधाओं में विस्तार, रसद, विद्युत, पेयजल, वन, महिला एवं बाल विकास, सार्वजनिक निर्माण, सहकारिता आदि विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक ली।
जिले के प्रभारी मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र जरूरतमंद व्यक्ति को मिले। उन्होंने कहा कि आमजन द्वारा सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का पूर्ण संवदेनशीलता एवं तत्परता से समाधान किया जाना चाहिए। प्रभारी मंत्री ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान जिले में सभी ने मिलकर अच्छा काम किया है। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कोविड-19 सैम्पलिंग बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का सैम्पल करवाया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में वैक्सीनेशन का प्रतिशत कम रहा है वहां विशेष रूप से ध्यान देकर वैक्सीनेशन अभियान चलाएं।
प्रभारी मंत्री ने मुख्यमंत्री चिंरजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की जानकारी लेते हुए चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से कहा कि इस योजना के तहत जिन व्यक्तियों ने लाभ ले लिया है उनसे दूरभाष पर बातचीत कर अनुभव लें और अनुबंधित निजी अस्पतालों द्वारा इस योजना के तहत मरीजों को उपलब्ध कराए जा रहे इलाज की पुख्ता मॉनिटरिंग करें।
उन्होंने जिला रसद अधिकारी से कहा कि उचित मूल्य की दुकानों पर खाद्य सामग्री का वितरण एवं उठाव समय पर किया जाए ताकि आम आदमी को इस योजना का लाभ समय पर मिल सके। प्रभारी मंत्री ने कहा कि राजकीय कार्मिकों द्वारा अनुचित तरीके से उठाए गए राशन की शेष रिकवरी भी वसूल करें। उन्होंने कहा कि यदि कोई कार्मिक रिकवरी की राशि जमा नहीं कराता है तो संबंधित आहरण-वितरण अधिकारी को जून माह का वेतन रोकने के लिए लिखें और फिर भी राशि जमा नहीं कराता है तो एफआईआर दर्ज कराएं।
प्रभारी मंत्री ने विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देशित किया कि जिले में विद्युत आपूर्ति निर्बाध रूप से होनी चाहिए। उन्होंने पोर्टल एवं दूरभाष पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का प्राथमिकता से निस्तारण करने के निर्देश भी दिए। प्रभारी मंत्री ने जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता से कहा कि गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति नियमित रूप से सुनिश्चित करें। उन्होंने जिले में हो रहे अवैध खनन की गतिविधियों पर भी अंकुश लगाने हेतु टीम बनाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री ने वन विभाग के उप वन संरक्षक को आगामी मानसून को ध्यान में रखते हुए पौधारोपण कार्यक्रम की तैयारियों के संबंध में निर्देश प्रदान किए। उन्होंने मनरेगा योजना में भी वृक्षारोपण को प्राथमिकता प्रदान करने के निर्देश दिए। प्रभारी मंत्री ने कहा कि चारागाह विकास के कार्यों को एक मॉडल के रूप में विकसित करने का प्लान तैयार करें।
प्रभारी मंत्री ने कुपोषित बच्चों को दिए जाने वाले पोषाहार एवं चिकित्सा सुविधाओं के बारे में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को सीधे तौर पर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में सरपंचों एवं ग्राम सेवकों के साथ बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिए।
बैठक में संभागीय आयुक्त कैलाश चन्द मीणा ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से कहा कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित संख्या के अनुसार कोविड-19 सैम्पलिंग को नियमित रूप से करने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने मुख्यमंत्री चिंरजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के रजिस्टेªशन संबंधी डाटा तैयार करने के निर्देश भी दिए। संभागीय आयुक्त ने महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक को स्वयं फील्ड में जाकर आईसीडीएस के कार्यों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर हरि मोहन मीना ने प्रभारी मंत्री को जिले की प्रगति से अवगत कराते हुए बताया कि जिले में कोविड-19 से संबंधित चिकित्सा सुविधाओं में विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि झालावाड़ जिले के चिकित्सा संस्थानों में आने वाले समय में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने जिले में तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरवाने के संबध में भी अवगत कराया।
बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ. किरन कंग सिद्धू, अतिरिक्त जिला कलक्टर दाताराम, जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बी.टी, उप वन संरक्षक हेमन्त सिंह, उपखण्ड अधिकारी झालावाड़ मुहम्मद जुनैद, प्रशासनिक सलाहकार रामजीवन मीणा सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।